खेत का चुनाव तथा तैयारी- सोयाबीन के लिए मुझे  खेत को दो से तीन बार देशी हल से या कल्टीवेटर से जुतवा कर अच्छी तहर से भूमि को भुरभुरी  कर लेते हैं। तथा खरपतवार रहित तैयार कर लेना चाहिए।

बोने का समय -जून के अंतिम सप्ताह से जुलाई के अंत तक सोयाबीन की बीज को बो सकते हैं..

बीज की मात्रा- लगभग सोयाबीन 75 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर लगता है।

बीजोपचार- 4 ग्राम थाइराम या बाविस्टिन 2.5 ग्राम प्रति किलो बीच में मिलाकर बीजोपचार करें इसके बाद सोयाबीन के विशिष्ट राइजोबियम कल्चर से बीजोपचार करें।

बुवाई की विधि तथा बोनी की दूरी एवं गहराई- सोयाबीन की बुवाई सीडड्रिल की सहायता से अथवा देशी हल की पीछे की जा सकती है फसल अंतराल 45-50×4-5 सेमीo, गहराई 3-4 सेमीo।

खाद उर्वरक-20-80-40NPK किग्रा प्रति हेक्टेयर सभी उर्वरक बुवाई के समय बीज से 5 सेमी० नीचे व बगल में लगाये।

सिंचाई- सोयाबीन की खेती में लंबे समय तक वर्षा ना होने पर 1-2 सिंचाई करनी चाहिए फलिया बनती समय।

खरपतवार नियंत्रण- कम से कम दो निराईया। प्रथम बुवाई के 15 -20 दिन बाद दूसरी 35 – 40 दिन बाद करें।  बेसलीन  1 किग्रा सक्रिय तत्व 1000 लीटर पानी में घोलकर प्रति हेक्टेयर की दर से बोने से पूर्व आखरी जुताई के समय खेत में मिलाने से खरपतवार नष्ट हो जाते हैं।

रोग नियंत्रण -पीला मौजेक के नियंत्रण के लिए मेटासिस्‍टाक्‍स 0.1%घोल के 20 दिन के अन्तराल पर 4 छिड़काव करें। फलियों का झुलसा रोग गेरुई रोग के नियंत्रण के लिए इंडोफिल एमo-45,2.5 किग्रा प्रति हेक्टेयर का प्रयोग करें। बीज व पौध सनम के लिए फफूंद नाशी से बीजोपचार करें।

कीट नियंत्रण -बिहार की बालदार सूडी या कमला कीट, पत्ती में सुरंग बनने वाला कीट, गर्डर बीटल, तंबाकू की सूडी, तना बेधक बीटल से हानि होती है इसके नियंत्रण के लिए साइपरमेथ्रिन या इंडोसल्फान ईoसीo 1.5 लीटर प्रति हेक्टेयर का छिड़काव करें।
उपज- 25 – 37 कुंतल प्रति हेक्टेयर।


2 Comments

Pappu jat · March 6, 2018 at 7:06 pm

Kheti

Hariom patel · July 20, 2018 at 1:19 pm

Kheti karna

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