खेत को कैसे तैयार करे -दो से तीन बार देशी हल से जुताई करके खेत को तैयार कर लिया जाता हैं। .
उन्नत जातियां-उन्नत जातियां सूर्या सद्भावना उकठा अवरोधी राधे के 468, 850 वल्लभ कल्चर चना- 5,सी 235 ,पन्त जी 114
काबुली चना – कांड -2 के०-4 ,के० 5 ,प्रगति।,यल 550
खाद एवं उर्वरक– 15 -20 किग्रा नाइट्रोजन 45- 50 किग्रा फास्फोरस प्रति हेक्टेयर।
बीज दर की मात्रा -75 से 80 किग्रा प्रति हेक्टेयर लगभग बड़े दाने वाली जाति के k 850 तथा काबुली चना 100 – 125 किग्रा
बीजोपचार-बोने से पूर्व बीज को 2.5 ग्राम प्रति किलो बीज दर से बाविस्टिन या सोरेसान से संशोधित करें
बोने का समय- 15 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक
बुवाई के ढंग -बुवाई हल के पीछे कुंड में 6 -8 सेंटीमीटर की गहराई पर करें सिंचित दशा में पंक्ति से पंक्ति की दूरी 45 सेंटीमीटर असिंचित दशा में पंक्ति से पंक्ति की दूरी 30 सेंटीमीटर
निराई गुड़ाई खरपतवार नियंत्रण-बुवाई के 25-30 दिन बाद एक निराई गुड़ाई कर देनी चाहिए।बेसालीन 1.0 किग्रा (सक्रिय तत्व )को 1000 लीटर पानी में मिलाकर आखिरी जुताई के समय भूमि में मिलाने से खरपतवार नष्ट हो जाते हैं।
ऊपर शाखाएं तोड़ना -15 से 20 सेंटीमीटर ऊंची पौधे हो जाने पर ऊपर की शाखाएं तोड़ दिया जाता है
सिंचाई- जड़ों में महावट हो जाने पर सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती फुलअाने के पूर्व सिंचाई आवश्यक है बाद की सिंचाई फली लगने पर करते हैं।
रोग- उकठा अंगमारी या झुलसा से हानि होती है। उठका के लिए उकठा रोधी जाति बोये खेत में उकठा लगने पर सीयूडोमोनास फ्लोरेसेंस की 3 ग्राम तथा कार्बनडाजिमा की 1.मात्रा को प्रतिलीटर पानी मिलाकर छिड़काव करें। झुलसा के लिए इंडोफिल एम०-45 का 0.25% घोल का छिड़काव करें।
कीट नियंत्रण- चने का कटुआ,चना फली बेधक के नियंत्रण के लिए इंडोसल्फान 35 ई०सी 1.25 लीटर /हेक्टेयर1000 लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें
उपज -उन्नत किसानों की उपज 25 – 30 कुंतल प्रति हेक्टेयर होता है
काबुली चना 12 -15 प्रति कुंतल होता है
4 Comments
Siddiq Mansoori · March 4, 2018 at 10:11 am
Gram ke bare me jankari
Amarnathpatel · March 8, 2018 at 2:43 pm
Payajme chuardaroglagahai Dawson bataye
Shyampatel · March 9, 2018 at 10:58 am
7415147064
Raghvendr · March 22, 2018 at 11:26 am
I am young farmer